- 456 Posts
- 1013 Comments
आजकल समाचार पत्र को हाथ लगाने से पहले हाथ जोड़ता हूँ और मन ही मन भगवान से प्रार्थना करता हूँ की ‘प्रभु जब भी समाचार खोल कर देखूं तो अच्छी अच्छी खबरें पढ़ने को मिले’ ! लेकिन अपनी सोची हुई तो अपने पास ही रह जाती है, खबरों का अम्बार तो बड़े बेग से किनारों को तोड़ते हुए आगे निकल जाता है, इन खबरों में सैंडी नीलम जैसे तूफानों का भयानक आगाज, शांत वातवरण को चंद सेकिंडों में तहस नहस करके बिखरा जाता है ! विश्व का सबसे विकसित धनाढ्य देश, अमेरिका सैंडी तूफ़ान के कहर से जूझ रहा है ! २९ और ३० अक्टूबर की भयानक सैंडी तूफ़ान ने जो कहर वर पाया उससे अमेरिका का पूर्वी इलाका बुरी तरह बिखर गया है ! यहाँ ११ साल पहले भी कुदरत ने ऐसे विनाशकारी तांडव नृत्य किया था ! इस तूफ़ान से अमेरिका के 12 प्रान्तों के ६ करोड़ लोग सडकों पर आगये हैं, मकान ढह गए हैं सड़कें पानी से भर गयी हैं ! ४० से भी ज्यादा आदमी मर गए हैं ! २० अरब डालर का नुकशान का अनुमान लगाया जा रहा है जो बढ़ भी सकता है ! न्यूयार्क मैनहटन (सिटी ), अटलांटिक सिटी, न्यू जर्सी, मैरीलैंड, नार्थ केरोलिन, वेस्ट वर्जिनिया, पेनिन्सेल्वेनिया और कनेक्टिकट में तो इस तूफ़ान ने प्रलय ही वरपा दिया है ! तूफ़ान के कारण अमेरिका में लगातार दूसरे दिन भी शेयर बाजार बंद रहा, १९८८ के बाद पहली बार न्यूयार्क स्टाक एक्सचेंज जहाँ सारे विश्व का वाणिज्य व्यापार प्रभावित होता है वही लगातार दो दिन बंद रहा ! १०८ साल पुराने न्यूयार्क सबवे सिस्टम पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है, तूफ़ान का पानी घुस गया है, रेल मेट्रो सेवाएं प्रभावित हुई हैं ! दिल्ली और शिमला से कुछ स्कूली बच्चे शिक्षा संबंधी विजिट पर अमेरिका गए थे वे भी न्यू जर्सी के एक होटल में फंस गए है ! सभी बच्चे सुरक्षित हैं लेकिन इस तूफ़ान से डरे हुए हैं ! अमेरिका में जल्दी ही नवम्बर के प्रथम सप्ताह में राष्ट्रपति के चुनाव होने वाले हैं, मौजूदा राष्ट्रपति ने चुनाव प्रचार छोड़ कर तूफ़ान की विभीषिका से प्रभावित लोगों को पुन; बसाने केलिए युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है ! अमेरिका एक महान और विकसित देश है, वह बिखरता है लेकिन वहां का सिस्टम, प्लानिंग, देश के प्रति नेताओं, पुलिस, सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों का संयुक्त प्रयास, ईमानदारी, वफादारी और कड़ी मेहनत जल्दी ही व्यवस्था को पटरी पर ले आती हैं ! इस समय बिजली कही स्थानों में गुल है, कही ट्रांस फार्मा उखड़ गए हैं, बड़े बड़े पेड़ सडकों में गिरे पड़े हैं और सड़कें यातायात के लिए बंद पडी हैं ! ६ करोड़ लोगों के घर इस तूफ़ान के भेंट चढ़ चुके हैं, लेकिन जनता और ईमानदार सरकार के सयुंक्त प्रयत्न से चंद दिनों में ही ये समस्याएं सुलझा दी जाएंगी ! जिस देश का राष्ट्रपति अपने भविष्य की प्रवाह किये बिना ही जनता की सेवा को महत्त्व देता हो, वह देश हमेशा अब्बल ही रहता है ! इस देश की विशेषता है की अपने संकट को स्वयं ही सुलझाता है लेकिन दूसरे देशों के संकट में भी सहायता करता है ! आज उस देश को २० अरब डालर का नुकशान हुआ है फिर भी विश्व के बहुत सारे विकसित और अवविकसित देशों को दी गयी मदद में कोइ कटौती नहीं की गयी है ! ऐसे देशों पर कुदरत भी खपा कम और मेहरवान ज्यादा होती है !
थरूर की पत्नी ने कांग्रेसी कार्य कर्ता को थप्पड़ पे थप्पड़ जमा दिए ! भय्या कार्य कर्ता तो हैं ही काम करने और मार खाने के लिए !
गृह मंत्रालय ने भारत पाकिस्तान क्रिकेट श्रृंखला खेलने की इजाजत दे दी है ! पाकिस्तान ने अभी तक मुंबई के आतंकवादियों को सजा नहीं दी है जिस की वजह से ये श्रृंखलाएं बंद की गयी थी ! पता नहीं पाकिस्तान की गुस्ताखी को भारत की सरकार क्यों बारबार नजरअंदाज कर देती है और पाकिस्तान सोचता है की हिन्दुस्तान पाकिस्तान के सामने झुक जाता है ! एक खबर के मुताबिक़ मंगल गृह पर ऐसे ऐसे पहाड़ियां हैं जैसे अमेरिका में हैं जहां वैज्ञानिकों का मानना है की वहां सूक्षम रूप में जीव संभव है !
२८ साल पहले (३१ अक्टूबर 1984) आज ही के दिन दिवगंत प्रधान मंत्री श्रीमती इंद्रा गांधी को दो सिर फिरे आतंकवादियों ने जो उनकी सुरक्षा गार्ड में तैनात थे उनकी ह्त्या कर दी ! इसी से दंगे भड़के और दंगों में निर्दोष सिख मारे गए थे,
जुल्म करने वालों में कांग्रेस के ही ऊँची पंहुच के नेता थे लेकिन उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही नहीं हो पाई ! आज भी पीड़ितों के जख्म कुरेदे जाते हैं और बिना दवा के झूठे आश्वासन देकर फिर ढक दिए जाते हैं !
इतवार को मंत्री मंडल में फेर बदल हुआ जिन्होंने बड़ा घोटाला किया और हाई कमान दामाद के आय से ज्यादा धन जमा करने पर मुक्त कंठ से प्रशंसा की उन्हें पुरुष्कृत करके ऊंची कुर्सी दी गयी, जिन्होंने इस पर अपनी अप्रशंता जाहिर की या तो उनका पता साफ़ कर दिया गया या डिमोट करके कुर्सी से बेंच पर बिठा दिया गया ! समाचार समाप्त हुए ! हरेंद्रसिंह रावत
Read Comments