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विश्व के नक़्शे पर

jagate raho
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पाकिस्तानी भूतपूर्व राष्ट्र पति और फौजी तानाशाह शासक परवेज़ मुशरफ़ स्वयम चार साल के वनवास के बाद लन्दन से पाकिस्तान लौट आए हैं ! ये वही शख्स हैं जो भारत की यात्रा करने आए थे और भारत के लोगों ने दिल से उनका स्वागत किया था ! भारतीयों के दरियादिलों के उमड़ते हुए स्नेह के शीतल पवित्र जल में डुबकी लगाकर वापिस पाकिस्तान जाकर पाकिस्तानी सेना की एक टुकड़ी को विशेष आतंकवादी यूनिफार्म और ट्रेनिंग देकर कारगिल की बर्फ से ढकी चोटियों में चढ़ा दिया, मजबूत बंकर बना दिए गए ! वे सारी पहाड़ियां तीन तरफ से ऊंचे ऊंचे चट्टानों से घिरी हुयी हैं और केवल एक तरफ का रास्ता है जो इंसान को उन ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है ! ये सारी पहाड़ियां एल ओ सी के अन्दर हिन्दुस्तानी इलाके में हैं ! सारी पहाड़ियां नवम्बर से मार्च तक बर्फ से ढकी रहती हैं और ख़ास कर दिसंबर – जनवरी में ठण्ड बहुत पड़ती है करीब माइनस ४० डिग्री से भी नीचे और हिन्दुस्तानी सेना की टुकड़ियां जो इन इलाकों की चौकसी करती हैं इन दिनों नीचे बेस में आ जाती हैं ! किसी को स्वप्न में भी यकीन नहीं हो सकता है की इन दुर्गम घाटियों में पशु पक्षियों के अलावा मनुष्य भी जा सकता है और वहां बिना किसी के नोटिस के मजबूत बंकर भी बना सकता है ! पाकिस्तानी सेना ने ठीक वैसे ही किया जैसे उस समय के जनरल परवेज मुशर्रफ़ ने प्लानिंग की थी ! यही कारण था की दो लड़ाइयों में शर्मनाक हार का सामना करने के बावजूद भी पाकिस्तान अपनी गन्दी हरकतों से बाज नहीं आया ! भारतीय सैनिकों की वीरता, सूझ बूझ, कर्तब्य परायणता और देश भक्ति के जजवें ने कारगिल युद्ध में भी पाकिस्तानी दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिए थे ! एक निरंकुश शासक जनरल मुशर्रफ़ पाकिस्तान का स्वयम भू राष्ट्र पति बन गया और दस ग्यारह सालों तक वहां की आम जनता को पीड़ा देता रहा ! समय ने करवट बदला और जनरल मुशर्रफ़ के दिन भी लद गए उन्हें शासन की बागडोर छोड़नी पडी और वे भाग कर इंगलैंड चले गए ! कभी दुबई में तो कभी इंगलैंड में अपने कुकर्मों को छिपाते रहे ! अब पांच साल बाद वे स्वदेश लौट आए हैं ! मई में पाकिस्तानी संसद के चुनाव होने जा रहे हैं और मुशर्रफ़ अपनी पार्टी के साथ चुनाव में दो दो हाथ करने वाले हैं ! वैसे पाकिस्तानी जनता इन पांच सालों में शासक प्रशासकों के गिरते हुए स्तर से परेशान हैं ! भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, अत्याचार, व्यभिचार, जमाखोरी और सीनाजोरी से पाकिस्तान की आम जनता परेशान हो चुकी है ! ये हालत पाकिस्तान की ठीक वैसे ही है जैसे १५२५ इ० में इब्राहिम लोदी के समय थी और पंजाब के एक सूबेदार ने अपना ख़ास दूत काबुल भेजा और बाबर को निमंत्र दिया की “चूँकि इब्राहिम लोदी एक नाकारा, निर्बल शासक है और यही अवसर है की आप उस पर अटेक करदें, मैं आपकी मदद करूंगा “! बाबर ने अटेक किया और मुग़ल साम्राज्य की न्यू पडी ! पाकिस्तान में पल रहे मुशर्रफ़ जी के गुर्गे पल पल की खबर रख रहे थे और मुशर्रफ़ को इंगलैंड में कनखजूरे की तरह उनके कान भर रहे थे ! पांच सालों में तीन तीन प्रधान बदली हुए, सरकार की अकर्मणयता, अयोग्यता, शासन में सेना का हस्तक्षेप, आतंवादियों का आम जनता पर खुले आम अटेक कुछ ऐसे जलती बलती खबरें थी जिसके कारण जनरल मुशर्रफ़ को अपनी भाग्य रेखा चमकती हुई नजर आई और वे तालिवानियों की धमकियों को भी नजर अंदाज करते हुए बाबर की तरह अपने चमचों के साथ पाकिस्तान आगये ! पाकिस्तानी सिविल सरकार की कमजोरी का लाभ फिर फौजी शासक को मिल पाएगा, यह तो भविष्य ही बताएगा लेकिन पाकिस्तान की जनता अभी भूली नहीं है की ये वे ही प्रवेश मुशर्रफ़ हैं जिनके शासन काल में (१९९९ -२००८) बेनजीर भुट्टो और बलोच नेता अकबर खान की ह्त्या हुई थी और उन्हें इन हत्याओं का जिम्मेदार बताया गया है ! उन्हें कोर्ट में पेश होना पडेगा और अपने निर्दोष होने का सपूत देना पडेगा ! साथ ही उनहोंने सर्वोच्च सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को भी बर्खास्त करके अपने लिए एक नयी मुसीबत पैदा कर रखी है ! वे पाकिस्तानी जनता को ‘कारगिल पर पाकिस्तान को गर्व होना चाहिए’ का राग अलाप कर फिर गुमराह करने की कोशीश कर रहे हैं और अपनी काली कातूतों पर पर्दा डालने की नाकाम कोशीश कर रहे हैं ! ! जनरल साहेब के सामने बड़ी बड़ी चुनौतियां हैं, तालिवान कभी भी कुछ भी कर सकता है, उनहोंने दोस्त कम और दुश्मन ज्यादा पाल रखे हैं ! पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अलावा उनका मुकाबल नवाज शरीफ से भी है, जिन्हें उन्होंने १९९९ से जबरदस्ती सता से हटा कर कुर्सी हथिया ली थी और पाकिस्तान के स्वयंभू राष्ट्रपति बन गए
थे ! भूत पूर्व क्रिकेट कप्तान इमरान खान भी मुशर्रफ के लिए बहुत बड़ी चुनौती है ! अगर वे इस बार सता से बंचित हो गए तो सारे आरोपों से घिरे मुशर्रफ को फिर से देश छोड़ कर जाना
पडेगा !

केंद्र की कांग्रेस सरकार में एक भूचाल आया जब श्री लंका को माध्यम बनाकर डी एम के ने केंद्र सरकार से अपना सहयोगी हाथ हटा दिया ! ऐसे नाजुक अवसर पर जब सरकार की नाव प्राय: डूबने वाली थी मुलायमसिंह की एस पी और मायावती की बीएसपी ने जिनके खिलाफ आय से ज्यादा धन रखने का केस अभी तक सीबीई के पास पैडिंग पड़ा है अपना चप्पू कांग्रेस के नाविक को पकड़ा दिया और “हम केंद्र सरकार को नहीं गिरने देंगे”, कांग्रेसियों को आश्वस्त कर दिया ताकि वे सी बी आई की जांच का मुद्दा न उठा पाएं ! श्री मनमोहन जी की सरकार की टूटी टांग पर अपनी टांग जोड़ दी ! मुलायमसिंह जी भविष्य के प्रधान मंत्री बनने का ख़्वाब देख रहे हैं इसलिए कभी कांग्रेस को ऊंचा उठा रहे हैं और कभी नीचे गिरा रहे हैं ! लगता है अभी भी मुलायमसिंह और मायावती जनता जनार्धन को अशिक्षित और गंवार समझ रही है ! लंगडी सरकार २०१४ के चुनावों को जीतने का स्वपन पाल रही है, उधर मुलायमसिंह तीसरे मोर्चे की सरकार की बात कर रहे हैं ! भारतीय जनता तीसरे मोर्चे को तीन बार अवसर दे चुकी है और तीनो बार प्रधान मंत्री की कुर्सी की छिना झपटी में तीसरे मोर्चे की सरकार २ और ३ साल से आगे नहीं जा पायी ! अब जनता को फिर से भाजपा और कांग्रेस में से ही किसी एक को चुनना पडेगा ! भ्रष्ट नेता राजनेता दोनों पार्टियों में हैं लेकिन कांग्रेस में ज्यादा भ्रष्ट मंत्री संतरी नेता राजनेता हैं ! जनता काफी जागरुक है और बदलाव चाहती है ! कांग्रेस को केंद्र में जनता १० साल दे चुकी है और इन दस सालों में देश की अर्थ व्यवस्था को भ्रष्ट और बड़े बड़े नेता कहे जाने वाले चोर डकैतों ने निचोड़ कर आम जनता को सड़क पर ला खडा कर दिया है ! महगाई आसमान छूने लगी है, सरकार झूठे आश्वासनों की मीठी गोली जनता को खिला रही है और जनता चुपचाप सरकार की हर हरकत पर नजर टिकाए हुए है और सन २०१४ का इंतज़ार कर रही है !

अभी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने मुम्बई में आतंकवादी हमले के दौरान सुनील दत के सुपुत्र संजय दत्त को आतंकवादियों के हथियारों को अपने निवास स्थान में रखने के जुर्म में पांच साल की सजा सुनाई है ! मजे की बात तो देखिये इस देश द्रोह के अफ़राध को कांग्रेस के दिग्गज हलके में ले रहे हैं और संजय दत्त के उच्चस्तर के अभिनेता होने का हवाला देकर उसे माफी देने का बीड़ा उठा रहे हैं ! उस आतंकवादी हमले में २५७ निर्दोष मारे गए थे ! पुलिस की कड़ी मेहनत और वफादारी के बल पर संजय दत्त के निवास स्थान से एके ५६ राइफल मिली थी जो इस बात की गवाई दे रही थी की संजय दत्त को ये रायफल आतंवादियों ने दी है ! यह एक देश द्रोह का मामला बनता है और कोर्ट ने उसकी उम्र और लोकप्रिय अभिनेता के दर्जे का लाभ देकर केवल पांच साल की सजा सुनाई है ! अमरसिंह, मारकंडे काटजू जैसे लोग उसकी सजा की माफी के लिए आगे आ रहे हैं ! क्या इन लोगों को देश के सच्चे देश भक्त माफ़ कर देंगे ? अफ़राध अफ़राध है और ख़ास कर आतंकवादियों को मदद देने वालों को शक्त से शक्त सजा मिलनी चाहिए ! मजे की बात यह है की खुद संजय दत्त अपनी माफी के लिए कोई निवेदन नहीं कर रहे हैं !
शायद पाठकों को याद होगा की पिछले साल अक्तूबर में पाकिस्तान की १५ साल की मलाला नाम की लड़की के ऊपर जान लेवा हमला किया गया था तालिवान आतंकवादियों द्वारा ! उसका कसूर यह था की उसने अपनी जान की परवाह न करते हुए पाकिस्तानी लड़कियों को स्कूल भेजने के लिए एक अभियान चलाया था ! मुसलिम देशों में अभी भी लड़कियों स्कूली तालीम पर प्रतिबन्ध है ! मलाला ने गोली खाई, मौत से भी टकराई और अब सही सलामत इंगलैंड में जहाँ उसका इलाज हुआ था वहीँ पढाई कर रही है ! पाकिस्तान ने तो उसे पाकिस्तानी पदक से सम्मानित किया है अब उसकी जीवनी भी प्रकाशित होने वाली है “आई ऍम मलाला ”
इस पुस्तक पर मलाला को करीब १६ करोड़ रुपये मिलेंगे ! है न एक और खुश खबरी !

नरेन्द्र मोदी के बढ़ते हुए कदमों से देश के बड़े बड़े दिग्गज नेताओं की नींद भूख गायब हो चुकी है ! कुछ दिन पहले तक गुजरात दंगों के कारण देश की बड़ी बड़ी हस्तियाँ उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्लेट फ़ार्म पर बदनाम करती रही हैं ! अमेरिका, इंगलैंड और यूरोप के अनेक देशों ने उन्हें अपने देश में प्रवेश की अनुमति देने से इनकार कर दिया था ! कांग्रेसियों और तमाम अपने को सेकुलर कहे जाने वाली पार्टियों ने मोदी को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी ! लेकिन नरेन्द्र मोदी की जितनी आलोचना होती रही उतने ही वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय होते चले गए ! वे विकास पुरुष के उपनाम से प्रसिद्धी की सीढियां चढ़ते गए !
आज भारत की 6५ से 8० प्रतिशत जनता उनमें भावी प्रधान मंत्री के लक्षण तलास रही है ! तीसरी बार गुजरात के मुख्य मंत्री पद ग्रहण करने वाले वे गुजरात के एक मात्र राजनेता हैं ! उनको जिताने में गुजरात में हिन्दू और मुसलमानों ने सयुंक्त तौर पर सहयोग दिया है ! आज आलम यह है की वे तमाम देश जो कल तक उनसे परहेज करते थे आज उन्हें अपने देश में बुला रहे हैं ! जर्मनी ने पहल की और अब अमेरिकन संसद सदस्यों ने जो अभी हाल ही में गुजरात के दौरे पर आये थे मोदी जी को अमेरिका आने का निमंत्र देकर चले गए हैं ! कांग्रेसी राज नेता तो उस दिन भी लाल पीले होगये थे जिस दिन अमेरिकन प्रसिद्द पत्रिका टाईम्स ने नरेन्द्र मोदी के विकास कार्यों की सराहना करते हुए एक लंबा चौड़ा लेख प्रकाशित किया था ! और अब होश भी उड़ गए की यूरोप के देशों के साथ साथ अमेरिका ब्रिटेन भी उनके विकास कार्यों पर अपनी सहमति की मोहर लगा रही है ! आज भारत को नरेन्द्र मोदी जैसे सशक्त विकास प्रुरुष की आवश्यकता है “प्रधान मंत्री” की कुर्सी पर बिठाने के लिए !

भारतीय क्रिकेट टीम पहले इंगलैंड और आस्ट्रेलिया से बुरी तरह पिट कर आई थी और फिर अपने देश में पाकिस्तान से शिकस्त खाने के बाद, शर्मसार होकर उन्हें टीम को नई ऊर्जा देने का ख्याल आया ! टीम में कुछ नए चेहरों को जगह देने के लिए सेलेक्शन मंडल को टीम के दो सीनियर दिग्गज ओपनरों, वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर को बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा और उनकी जगह नए खिलाड़ियों विजय, पुजारा, धवन को टीम में जगह दी गयी और जल्दी ही नतीजा सामने आगया, टीम ने आस्ट्रेलिया को चार ज़ेरो से हराकर एक नया इतिहास रच दिया ! स्वयं कप्तान महेंद्रसिंह धोनी की भी क्रिकेट प्रेमियों द्वारा खूब खिंचाई हो रही थी ! कपिल देव, गावस्कर, जैसे महान भूत पूर्व कप्तान भी कप्तान को बदलने की वकालात कर रहे थे ! बी सी सी आई के प्रमुख श्रीनिवासन ने यह कहकर की “महेंद्रसिंह धोनी को एक और चांस दिया जाना चाहिए” और आज जब स्वयं धोनी ने पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में २२४ रन बना कर धमाल किया और आस्ट्रेलिया को ८ विकेट से शिकस्त दी तो सारा ट्रेंड बदल गया ! इस तरह एक के बाद चारों मैच जीत कर भारत ने पहली बार आस्ट्रेलिया को बिलकुल बैरंग लौटा दिया ! पुजारा ने भी २०४ रनों की डब्बल सेंचुरी बनाई, विजय और शेखर धवन (पहला मैच पहली पारे १८७ रन) की धुवां धार वेटिंग ने और अश्विन और जडेजा की बौलिंग ने भी टीम इंडिया को विजय श्री दिलाने में अहम् भूमिका निभाई ! आज भारत आई सी सी टेस्ट रैंक में तीसरे स्थान पर है ! पहला साउथ अफ्रिका दूसरा इंगलैंड और तीसरा भारत ! अब अगली बारी साउथ अफ्रीका के साथ दो दो हाथ करने की है, देखो वहां पर भारतीय टीम ऐसे ही धमाल कर पाती है … ! हरेंद्रसिंह रावत

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