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मीलों हम आ गए मीलों हमें जाना है, अभी तक परिवार को सम्भाला है अब जनता को संभालना है !

jagate raho
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देश की जनता, दादा दादियो, ताऊ ताइयो, चाचा चाचियो, माता बहिनों, संत महात्माओं, जवानों, बच्चो और वे सभी जनता जनार्दन को विकास की गति देने वाले हमें सता तक पहुंचाने वाले प्यारे मतदाताओ, जैसा की आप सब जानते हैं की सन १९४७ का दिन था तारीख थी १५ अगस्त, हमने लाल किले की प्राचीर पर, देश का दिल दिल्ली में अपना तिरंगा लहराया था, और घोषणा की थी की “हमने अंग्रेजों की गुलामी की जंजीरें काट दी हैं और आज से हम स्वतंत्र हो गए हैं,” और तब से लगातार कुछ वर्षों को छोड़ कर हमने जनता की सेवा की है, बिना किसी नागा, स्वार्थ, लोभ, मोंह अहंकार के ! हमने एक परिवार को चिन्हित कर दिया था जो सता के शीर्ष पर बैठ कर, उसी दिन से हमें शासन चलाने के लिए मार्ग दर्शन करता जा रहा ह ! पहले पिता जी ने सेवा की, फिर बेटी ने , बेटी के बेटे ने, फिर बेटे की सुलक्षणा बहु ने और अब बहु अपने लाडले राजकुमार को सता की बागडोर पकड़वाने जा रही है ताकि देश और देश की जनता सुरक्षित रहे, खुशहाल रहे ! वैसे प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं है फिर भी आप लोगों ने मुझे दो शब्द कहने के लिए माईक पकड़ा दिया है तो मुझे कुछ कहना ही पडेगा’ ! तो सज्जनों अब हम असली मुद्दे पर आते हैं, जैसे की आप सब जानते हैं पिछले ६५ साल हमारे लिए बड़े संघर्ष पूर्ण रहे हैं, १९४८ में पाकिस्तान ने काश्मीर पर अटेक कर दिया हमने आधा काश्मीर उनके कब्जें में देकर सीज फायर करवा दिया था, १९६२ में चीन ने “हिन्दी चीनी भाई भाई ” का नारा लगा कर हमें बेवकूफ बनाया और पूर्वी हिस्से के बहुत सारा इलाका हथिया लिया, फिर भी हमने कुछ भी नहीं कहा, कैसे कहते “गांधी जी की सीख जो है, “कोई गाल पर चांटा मारे दूसरा गाल आगे करदो” और हम वही करते आ रहे हैं, शांती से रह रहे हैं और दुनिया को भी शांती पाठ सिखा रहें, यह जानते हुए भी की पाकिस्तान और चीन हमारी इसी शांती और सरल ह्रदय का फ़ायदा उठा रहे हैं और कभी, ६५,७१, कारगिल युद्ध हमारे ऊपर थोपे जा रहे हैं ! आतंरिक समस्याएं विकराल रूप धारण किये हैं, नक्षलवाद, मावोवाद, बोडो, अलगाव वादी बहुत सारी शक्तियां हमें कमजोर बनाने की साजिस कर रही हैं, ऊपर से पाकिस्तान तालिवान और लक्शरे ताहिबा जैसी आतंवादी शक्तियों से देश में हत्याएं और लूट पाट करवा रहां है, न खुद अपना विकास कर रहा है न हमें करने दे रहा है, फिर भी हम शांती की १००८ गांठों वाली माला फिरा रहे हैं, और हवन कुंड में अखंड पाठ की ज्योति जला रहे हैं ! फिर परिवार भी संभालना है, इन ६५ सालों में हमने शासक प्रशासक नौकरशाह, मंत्री, सांसद, विधायकों (केंद्र और प्रान्तों में भी) उच्च अधिकारियों, पुलिस कर्मियों जांच कर्मियों को करोडपति से अरबपति तक बना दिया है ! शासक दल का हर व्यक्ति आज करोड़ पति है ! सडकों पर देखिये एक पुलिस कांस्टेबल आज कम से कम मोटर साईकिल पर चलता है परिवार को कार में घुमाता है, उधर सीमा पर लड़ने वाले एक सेना का एक जूनियर कमीशंड अधिकारी पीस टाईम में भी साईकिल से ही गुजारा कर पाता है क्यों की उसके पास भ्रष्टाचार से पैसे कमाने का कोई सोर्स नहीं है ! , कारण वह सदा हमारी नज़रों से दूर रहता है, ! सेना का क़ानून उसे अनुशासन में रहना सिखाता है इसलिए वह कभी अपने अधिकारों की बात करता ही नहीं ! पहले एक विधायक एक सांसद हजार पन्द्र सौ वेतन भता पाता था आज हमने उनकी सैलेरी एक प्रशासनिक अधिकारी के समकक्ष यानी पूरे असी हजार वेतन और ऊपर से ८०% भता, देश विदेश की यात्राएं फ्री, पेंशन, दो करोड़ अलग से एरिया के विकास के लिए सालाना अलग सरकार देती हैं, ये उनके ऊपर छोड़ दिया है की वे अपने एरिया का विकास करें या परिवार, रिश्तेदार या भाई भतीजों का, वे जनता की सेवा करते हैं इतना हक़ तो उनका बनता ही है ! विपक्ष कहता है की हमने घोटाला किया है और सी बी आई कहती है की हमारे मंत्रियों ने जांच रिपोर्ट बदली हैं, आप बताओ “कोयले की दलाली में हाथ भी काले और मुंह भी काला”, जब मुंह तक काला कोयला की कालिमा से कर दिया तो उससे निकलने वाले हीरे को कैसे छोड़ दें, उसे हमने अपनी मेहनताना समझ कर अपनी जेब में रख लिया तो कौन सा जुल्म कर दिया ? हमने कामन वेल्थ गेम्स करवाए, अरे भाई चेयर मैंन ने बहती गंगा में अंजुली भर कर बीस पच्चीस हजार करोड़ों पर हाथ साफ़ कर दिया तो क्या आफत आगई, वह पूरे मगर मच्छ को भी निगल सकता था लेकिन उसने नहीं निगला, उसने खाया, ये मत देखो लेकिन उसने इंसानियत बरती उस पर गौर करो ! रेलवे मंत्री के भतीजे ने करोड़ों की रिश्वत खाई , इसमें बेचारे रेल मंत्री का क्या कसूर है ! उसने विश्वास के साथ कुन्जी भांजे को पकड़वा दी, क्या पता था की वह आस्तीन का सांप निकलेगा ! फिर भी अपने पार्टी के उच्च स्तर के आदर्शों और अनुशासन का पालन करते हुए उनहोंने इतनी ऊंची कुर्सी का त्याग कर दिया ! क्या यह उनकी महानता नहीं है ! रक्षा मंत्रालय के लिए विशेष व्हाक्ति विशेष के लिए विदेशों से हेलीकाफ्टर खरीदने थे, मीडिया, विपक्ष और यहाँ तक जनता ने भी हमारे सिस्टम पर सवालिया चिन्ह लगा दिया है की हमारे निवर्तमान एयर चीफ ने इस खरीदारी में दलाली में करोड़ों की रकम हजम करदी है, साथ ही रक्षा मंत्रालय के वरिष्ट ओहदेदार, इस घोटाले में सामिल हैं, फिर बताओ केंद्र सरकार बेचारी मौनी बाबा द्वारा संचालित इस केस में क्या करती ! हम कहते हैं की गड़े मुर्दे मत उखाड़ो पर जिसको नहीं मिलता वह पंगे लेते रहता है ! महाराष्ट मुम्बई में आदर्स सोसायटीज घोटाला काण्ड प्रकाश में आया, हमारे मिस्टर क्लीन पीएम ने तमाम अफ़राधी सीएम और मंत्रियों को प्रदेश से हटाकर केंद्र में विस्थापित कर दिया ! हमारा ६५ सालों का इतिहास बतलाता है की हमने सदा अपने पार्टी के दुष्कर्मियों अफ़राधी जुल्मी नेताओं का आख़िरी दम तक साथ दिया है ! आज आलम यह है की हमारी पार्टी के निम्न स्तर का कार्य कर्ता भी करोड़ों के नजदीक पहुँच चुका है ! गरीबी रेखा से गरीबों को ऊपर उठाया है, गरीब नहीं उठे तो क्या हुआ रेखा तो उठी है ! हम पार्टी के सविधान से जुड़े हैं और सदियों से इसकी परम्पराओं का निर्वाह करते आ रहे हैं, पहले अपने को शारीरिक, मानसिक, आर्थिक तौर पर सक्षम बनाते हैं फिर जनता की खबर लेते हैं, चाहे पांच साल में पर लेते जरूर हैं !
बाबा रामदेव जी ने अपने स्वाभिमान भारत के झंडे तले बेकार का आन्दोलन छेड़ा भारत के नेता उद्योग पतियों का काला धन विदेशी बैंकों से वापिस लाओ की जिद्द पकड़ी, नतीजा क्या निकल पुलिस के डंडे पड़े वे भी १२ बजे रात के समय, जिसमे बेचारी एक आन्दोलनकारी महिला ने जान गंवाई, बाबा को औरतों के कपडे सलवार कुर्ता पहिन कर जान बचानी पडी ! लेकिन योग गुरु बाबा रामदेव है वास्तव में क्लीन ग्रीन, हमने उनके दवाइयों की प्रयोगशाला में, उनके योग ठिकानों में कही बार रेड मारी, उन्हें बदनाम करने का हर तरह की तिकड़म भिड़ाई लेकिन कोई काम नहीं आई, वे पहले भी क्लीन ग्रीन थे आज भी हैं, हमारी सरकार ने अब उनके खिलाफ अपने हथियार गोदामों में जमा कर दिए हैं !
भगवान जाने कुछ सर फिरे लोगों को क्या सनक सवार हो जाती है वे न तो स्वयं खाते पीते हैं न दूसरों को खाने पीने देते हैं, बे मतलब का भ्रष्टाचार मुद्दा उठा लेते हैं ! उधर अन्ना हजारे साहब हैं अपना राग अलाप रहे हैं, न खुद विश्राम फरमाते हैं न सरकार को करने देते हैं, देश के कोने कोने में भ्रष्टाचार मिटा के रहेंगे की रट लगाते रहते हैं ! एक से निपट नहीं पाते दूसरा टपक पड़ता है, बड़ी मुश्किल से अन्ना जी को नया लोक पाल बिल लाएंगे का आश्वासन देकर चुप करवाया था की कहाँ से श्री केजरीवाल जी ने आम आदमी पार्टी बना कर केंद्र सरकार की नीद ही उड़ा दी है ! इस शख्स ने तो सरकार की नाक में दम करके रखा है ! हमारे विकास कार्यों में आधा से ज्यादा व्यवधान तो ये लोग पैदा कर रहे हैं ! सुनते हैं केजरी वाल जी की आम आदमी की पार्टी दिल्ली के विधान सभा के चुनाओं के साथ साथ २0१४ के लोक सभा चुनाव भी लड़ने वाली है ! हम इस आदमी को भी कम नहीं आंक सकते इसलिए हमारा चुनाव अभियान करो या मरो के मोटो के साथ शेर के पंजे की तरह जहां भी पडेगा पूरे जोर से ही पडेगा ! आगे क्या कहूं जनता जनार्धन के सुख दुःख का ध्यान रखते हुए कम कहा ज्यादा समझना और वोट हमारी पार्टी (थप्पड़) को ही देना ! अगर जीत गए तो फिर मिलेंगे नहीं तो बंटाधार समझ लेना ! जयहिन्द ! जय भारत !! हरेंद्रसिंह रावत

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