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चुनाव फिर आगया

jagate raho
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अभी २०१३ दिल्ली विधान सभा के चुनावों के खाए जख्म कांग्रेस सुखा भी नहीं पाई थी की इससे भी घातक जख्म उसे २०१४ के संसद के चुनावों में लगने वाले हैं, इसका अहसास उसे अभी से होने लगा है ! बड़े बड़े पार्टी के मगर मच्छ सकते में हैं ! कुछ कांग्रेस के नेता तो इस चुनावी आंधी के थपेड़ों से बचने का रास्ता तलास रहे हैं ! कांग्रेस हाई कमान से दुदकारे नेताओं को अब चुनाव लड़ने का मौक़ा मिल रहा है, जैसे दिग्गविजय सिंह को वनारस से नरेंद्र मोदी जी के खिलाफ उतारा जा रहा है ! दिग्गी राजा के दोनों हाथ घी और सर कड़ाई में, अगर जमानत जब्त होगई, तो उन्हें कहने को हो जाएगा कि “जिस मोदी के नाम से ही बड़े बड़े नेता जब मैदान छोड़ कर भाग रहे थे, पार्टी छोड़ छोड़ कर बाजपा का दामन थाम रहे थे, उस समय मैं मैदान में डटा रहा, मैडम जी और राजकुमार के प्रति बफादारी का डंका बजाता रहा ! अगर कांग्रेस को तीसरे नंबर तक खींचने में कामयाब रहा तो फिर बले बले हो जाएगी, दिग्गविजय की कांग्रेस में फिर से अहमियत हो जाएगी” ! एक मिशाल है कि जब जहाज डूबने वाला होता है तो सबसे पहले जहाज में स्टोर में रखे राशन पर पलने वाले चूहे जहाज छोड़ कर भागते हैं ! कांग्रेस की हालत ठीक वैसे ही है ! यूपी में मुलायमसिंह का जहाज टूटन के कगार पर है ! बिहार में लालू मवेशी चारा खाखाकर अब कांग्रेस के राहुल की माला जपने में लगा है, नीतिस अपनी टूटी फूटी नाव को बचाने की भरषक कोशीश कर रहे हैं ! ममता जी को अन्ना हजारे ने दिवा स्वप्न दिखा दिए प्रधान मंत्री की कुर्सी पर बिठाने की, वे हवा में उडने लगी, जोश में भर गयी और दिल्ली में विशाल रैली का आयोजन किया गया लेकिन २००-२५० लोग भी न जुड़ पाए, दिल टूट गया जब अन्ना जी ने रैली में आने से इंकार कर दिया ! “भगवान् उनकी सहायता करते हैं जो स्वयं की रक्षा करते हैं” ! प्रधान मंत्री की कुर्सी एक, उस पर बैठने के लिए स्वप्न देखने वालों की संख्या बढती जा रही है, “मायावती का नारा, यूपी तो जेब में है अब दिल्ली चलो”, जय ललिता को भी किसी ज्योतिषी ने प्रधानमंत्री का योग बता दिया, फिर क्या था, वे भी हवा में उड़ने लगी हैं ! रही यूपीए में सामिल नेताओं की जो केंद्रीय सरकार में बड़ी बड़ी कुर्सियों में बैठकर सरकार के खजाने पर हाथ मार रहे थे ये बेचारे बहुत डरे हुए हैं, हारने से पहले देश से भागने की जुगत भीड़ा रहे हैं ! उनके वफादार कार्य कर्ता उन्हें रिजल्ट आने से पहले ही भाग जाने की सलाह दे रहे हैं ” फिर नयी सरकार भागने नहीं देगी और तमाम घोटालेवाज तिहाड़ में सिकंजों के पीछे होंगे” ! कांग्रेसी मोदी को बदनाम करने के सारे हथकंडे अपना रही है लेकिन अपने रक्तरंजित हाथ को नहीं देख पा रही है, १९८४ नर संहार काण्ड ! जब सैंया कोतवाल फिर डर काहे का ? हाई कमान की उच्च कुर्सी पर सासू जी फिर साही दामाद अगर बहती गंगा में हाथ धो रहे हैं तो ये चील पौं क्यों ? १० साल तक सरकार चलाने वाले हर शख्स ने पेट भर खाया किसी ने अरबों में हाथ मारा कोई करोड़ ही खा पाया, भागते चोर की धोती को झाड़कर निकली धूल से ही लाखों का वार न्यारा हुआ !
अचानक आकाश में बिजली चमकी, बिजली की चकाचौंध उतरा अरविन्द केजरीवाल, नारे के साथ भ्रष्टाचार हटाएंगे भ्रष्टों को जेल भिजवाएंगे ! दिल्ली में सरकार भी बनी भ्रष्टों को साथ लेकर ! लेकिन मुख्य मंत्री की कुर्सी पर खटमलों की विशाल फ़ौज पिछले १५ सालों से बूढ़े जिस्म पर पल रहे थे, शुद्ध रक्त न मिलने की वजह से बेचारे सूख सूख कांटे हो रहे थे ! जैसे केजरीवाल साहब कुर्सी पर बैठा भूखे खटमलों की मौज हो गयी, उनहोंने आव देखा न ताव पील पड़े ताजे जवान जिस्म से रक्त चूसने ! आखिर कब तक सहन कर पाते इन भूखे नंग धडंग खटमलों के हमले को ! हार मान कर बाहर सड़क पर बैठ कर सरकार चलाई पर यहाँ भी रास नहीं आया, खटमलों का दल वहीं पहुँच गया ! आखीर तंग आकर कुर्सी को ‘जय राम जी की’ कह कर निकल गए देश का सुधार करने, मोदी जी के तेज रफ़्तार से भागने वाले रथ के साथ रेस में सामिल होने ! अप्रेल के ८ से चुनाव शुरू होने जा रहे हैं, मई के तीसरे पखवाड़े में नयी सरकार बन जाएगी ! तब तक इन्तजार कीजिए, भ्रष्टों के लिए तिहाड में और बड़ी जेल की रूप रेखा तैयार करें !

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