- 456 Posts
- 1013 Comments
भाईवो और बहिनो, जवानो तथा बुजुर्गो
कल देश के कही हिस्सों में वोट पड़ने वाले हैं ! मै भी एक प्रत्यासी हूँ, लेकिन अभी तक जनता के पास वोट माँगने नहीं गया, कारण जनता अब के अपना कीमती वोट एक बिलकुल अनजान इंसान को देगी, जिसका राजनीति से दूर दूर तक कोई नाता रिस्ता नही है, जिसका व्यवहार, शालीनता, सौम्यता, सजन्नता, उन राजनीतिज्ञों से बिलकुल भिन्न हो जो गली गली कूचों कूचों गले में झोला डाले सर पर पार्टी की लाल, पीली, हरी, काली, बैंगनी, सफ़ेद टोपी लगाए, अपने मतलब परस्त किराए के चमचों के साथ ढोल धमाके, बजाते, लोगों को भांगड़ा डांस दिखाते, उठा हुआ हाथ जैसे अभी थप्पड़ मारने वाले हैं, कोई झाड़ू, लालटेन, साईकिल, दरांती, भालू बरछा, या फिर कंधे में भारी भरकम हाथी बिठाए नौटंकी दिखाते अपना स्वयम का भारी डेड सौ क्विंटल का भरकम शरीर जनता को दिखाते हैं ! जिन्होंने अपना सारा जीवन राजनीति के तख़्त पर बैठ कर अरबों का वारा न्यारा किया है फिर भी उनके लालच की भट्टी ज्वालामुखी जैसे आग उगलते हुए, गर्म गर्म लावा बाहर फेंकते हुए अपने क्रोध का इजहार कर रहे हैं और जनता को डरा रहे हैं, “वोट मुझे देना” नहीं तो इस ज्वालामुखी लावा में बहा दूंगा, “” कम कहूंगा, ज्यादा समझना, हल्का सा झटका जोर का समझना ! ! मैं गरीबों की आँखों में बहता हुआ अश्रु बिन्दु हूँ, अनाथ भूखे बच्चों की सिसकारी हूँ, श्रमिकों और गरीब किसान का बहता हुआ पसीना हूँ, मैं मूक शांत खड़े वृक्षों की कतार हूँ जिन्होंने इंसान को छाया दी, प्राणदायक आक्सीजन दी, पके फल दिए, लकड़ी दी, मवेशी चारा दिया लेकिन आज ये मतलबी राजनीति के राजनेता अपने लालच की पूर्ती हेतू इन वृक्षों को कटवाने के लिए कुल्हाड़ी पैनी करते जा रहे हैं ! मैं भारत देश में बहती हुई प्यासी धरती की प्यास बुझाने वाली नदियां हूँ, बिगत से आज तक के भारतीय इतिहास का साक्षी हूँ, अरबों खरबों प्राणियों की प्यास बुझाते आ रहा हूँ, धरती को हरी भरी करने में मेरा सबसे बड़ा सहयोग है, मैं धर्म जाति, उंच नीच अमीर गरीब में कोई भेद भाव नहीं करती, जो भी मेरी शरण में आता है, छक कर पानी पीता है, स्नान करता है, मच्छली पकड़ता है अपने पापों को गंगा यमुना, सरस्वती, गोदावरी नर्वदा सिंध कावेरी की पवित्र जलधारा में बहा देता है ! और मेरी नेकी का बदला ये राजनेता किस रूप में दे रहे हैं, गंगायमुना सहित सारी नदियों को प्रदूषित कर रहे हैं, सफाई के नाम पर हजारों करोड़ों का झटका सरकारी खजाने पर लगा रहे हैं ! मेरी आप लोगों से यही विनती है कि आप वोट जरूर दें भले ही मुझे न दें पर नेक ईमानदार, देश प्रेमी, देश भक्त, जनता का सच्चा हितैषी, प्रगतिशील विकास पुरुष को वोट देकर मौजूदा सरकार को उखाड़ फेख कर नयी ऊर्जावान शासक को केंद्र पर बिठाइए ! जयहिंद हरेन्द्र
Read Comments