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करामाती बेलन – ब्यंग

jagate raho
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हमारा भारत महान, कही बार गुलाम बना कभी तुर्कों का कभी मुगलों का कभी अंग्रेजों का ! बड़ा संघर्ष किया, बड़ी कुर्वानियाँ दी, कही शहीद हुए, २०० साल की गुलामी के बाद अंग्रेजों के चंगुल से छुटकारा मिला, गोरों की सरकार गयी, कालों की सरकार बनी ! ये काले अंगरेल उन गोरोंसे भी जालीम भ्रष्ट, जमाखोर, निकले ! इन्होने प्रजातंत्र के नाम चुनाव कराए, पैसे लुटाए, धर्मनिरपेक्ष के नाम पर, आरक्षण के नाम पर, अगले पिछलों के नाम पर, अमीर गरीब के नाम पर समाज को बांटा, कल तक जो मिलजुल कर रहते थे, एक दूसरे के दुःख सुख में भागीदार होते थे, आज एक दूसरे के दुश्मन होगये ! सता पर परिवारवाद काविज होगया, बाप मुख्य मंत्री, माँ गृह मंत्री, ताऊ वित्त मंत्री, चाचा विदेश मंत्री, फूफा रक्षा मंत्री, मामा स्वास्थ्य मंत्री, मामी महिला कल्याण मंत्री, स्वयं रेल मंत्री ! केंद्र में एक बार प्रधान मंत्री की कुर्सी क्या मिली की जब शरीर कुर्सी पर बैठे बैठे ही सुन्न होगया और लुढक गया कुर्सी से नीचे तो लड़की तैयार बैठी थी, बैठ गयी कुर्सी पर प्रजातंत्र धर्मनिरपेक्ष के नाम पर ! जनता उसके नखरों से तंग आगई तो एक दिन अपने कुकर्मों के बोझ तले दब गयी और दुनिया से “शहीदी” का तगमा लगा कर अंतरिक्ष में खो गयी ! पीछे लड़का तैयार बैठा था, हुनर हो न हो, काबलियत चाहे ज़ीरो डिग्री ही क्यों न हो, देश का इतिहास भूगोल का ज्ञान हो या न हो, दिवगंत प्रधान मंत्री का सुपुत्र तो है इस प्रमाण पत्र के सहारे गद्दी पर बैठ गया प्रजातंत्र के नाम पर !

प्रथम प्रधान मंत्री के समय रक्षा सौदों में कमीशन खाई गयी थी, भषाचार का बीज बोया गया था, दिवगंत रक्षा मंत्री के द्वारा , चोरी पकड़ी गयी लेकिन “अपना ही बन्दा है” कह कर केस क्लोज कर दिया गया ! अब सता पर स्वयं लोहे के हाथों वाली महिला थी, सबको चना चबाने वाली, दिन में ही नील गगन में सितारे दिखाने वाली ! पड़ोसी के तो छक्के छुड़ा दिए लड़ाई में उनके एक लाख सैनिक बंदी बना दिए, लेकिन समझौता हुआ उनका इलाका जो भारतीय सैनिकों ने जीता था उन्हें लौटा दिया, उनके एक लाख बंदी भी लौटा दिए लेकिन अपने भारतीय सेना के केवल ५४ बंदियों को उस पड़ोसी दुश्मन के चंगुल से नहीं छुड़ा सके ! अपने काश्मीर के एक हिस्से को अभी तक उस दुश्मन से वापिस नहीं ले सके ! लड़का छैल छबीला रंगीन तबियत का विदेशी मेम से शादी करके लाया फिर से अपने विदेशी साले के द्वारा बोफोर्स गनों की खरीद में फिर कमीशन खाया, भ्रष्टाचार की बेल को शुद्ध गंगा जल पिलाकर देशी खाद खिलाकर और मजबूत कर दिया ! शोर शराबा मचा, गद्दी गयी और वे भी शहीदी का मेडल लगाकर अंतरिक्ष में चले गए ! और अब पत्नी एक निरीह, लाचार, बन्दे के कंधे पर बन्दूक रख कर सता का सुख भोग रही हैं, लड़का, लड़की और प्रिय दामाद के लिए सता की भूमि तैयार कर रही हैं ! बेचारे पी एम, आँखें हैं देख नहीं सकते, कान हैं सुन नहीं सकते, मुंह भी है लेकिन सील बंद है, उनके साथी मंत्रियों की बहार आ रही है, उनकी पाँचों उंगलियां प्योर गाय के घी में और सर शुद्धः घी की कड़ाई में ! सरकारी खजाने पर खूब हाथ साफ़ किया जा रहा है, खुद खाओ हमें भी खिलाओ, सरकारी धन गंगा बन कर बह रही है अंजुली भर लो, बाल्टी भर लो या पूरा डेगड़े के डेगड़े भर कर ले जाओ कोई कहने सुनने वाला नहीं है ! विपक्ष अपना राग अलाप रहा लेकिन स्वर बदल बदल कर ! प्रदेशों में भी एक तरफ बच्चे भूखे नंगे शरणार्थी कैम्पों में काल के गाल में समा रहे थे और दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्य मंत्री के गाँव में अरबों रूपये खर्च करके मुम्बई से जाने माने अभिनेता अभिनेत्रियों को गाँव बुला कर नाच गानों का रंग जमाया जा रहा था, प्रदेश के मुख्य मंत्री के गाँव को जगमग रोशनियों से चमकाकर इंद्र लोक बनाया गया था ! छोटे लोग बड़े हो जाते हैं उनकी नजर ऊपर ही ऊपर निकल जाती है, गर्दन मोटी होने से वे नीचे नहीं देख पाते ! एक मुख्य मंत्री तो दो कदम आगे निकल आया उसने भर पेट मवेशी चारा खाया परिवार को भी खिलाया ! कुछ दिन जेल में रहा अब पेरोल पर फिर से कुर्सी हथियाने की जुगत भीड़ा रहा है !
देश में भ्रष्ट लोग ज्यादा होगये हैं, जनता के खून पशीने का बहुत सारा धन भ्रष्टाचारी डकार रहे हैं और काला धन विदेशी बैंकों को पहुंचा रहे है, इस इंद्र जाल को तोड़ने के लिए मैंने एक करामाती बेलन का आविष्कार किया है ! इसको तैयार करने में मुझे बहुत समय लगा ! जब पहली बार १९५६-५७ में भ्रष्टाचार का पहला केस नजर आया था मैं उसी दिन से एक ऐसे बेलन की खोज में लग गया था जो मन्त्रों से मंडित करामाती हो ! बेलन अब मेरे पास आ चुका है और केवल मेरे इशारों से चलता है, मन्त्रों पर और बेलन पर केवल और केवल मेरा ही सर्वाधिकार है ! जो भी मंत्री, नौकरशाह, व्यापारी, सरकारी नौकर और वे तमाम अधिकारी कर्मचारी जो भ्रष्ट और काले धंधों में अपनी किस्मत चमका रहे हैं आम जनता को परेशान कर के उनकी कमाई पर चुना लगा रहे हैं, चहरे पर मासूमियत का रंग चढ़ा कर कोयला काण्ड, लोहा काण्ड, टू स्पेक्ट्रम काण्ड में लाखों करोड़ों का घोटाला कर चुके हैं, वे सारे मेरे बेलन के राडार में कैद हो चुके हैं ! अब सवाल उठता है की ये कैसे कारगर होगा ? जैसे ही समाचार पत्रों की सुर्ख़ियों में खबर छपी की अमुक मंत्री, नौकरशाह ने घोटाला कर दिया है, वह केस मेरे करामाती बेलन के घेरे में रिकार्ड हो जाता है, मैं फिर मन्त्रों से इस में जान डालता हूँ फिर इसे भ्रष्ट शख्स की तरफ जाने का निर्देश देता हूँ ! यह अदृश्य होकर अफ़राधी के सर पर बैठ कर हल्की खुजली करेगा, घोटालेवाज अपने सर पर खुजली करेगा खुजली नहीं मिटेगी वह और तेज करेगा, मेरा बेलन वापिस मेरे पास आजाएगा ! धीरे धीरे अफ़राधी के सर पर कुतुबलाट की तरह एक गुम्बद सा बनता जाएगा , कम से कम एक मीटर उठकर यह गुम्बद रुक जाएगा ! अब उसके घर पर अफरा तफरी मचेगी, डाक्टर, वैद्य, ओझा, पंडित, मौलवी बुलाए जाएंगे, दवा दारु झाड़ फूस मन्त्र तंत्र करके भूत भगाए जाएंगे, लेकिन यह मंत्रो से सुसज्जित गुम्बद टस से मस नहीं होगी ! अब सवाल उठता है की इस अजायब घरवाली गुम्बद से संभ्रांत भ्रष्ट महाशय को कैसे छूट कारा मिल पाएगा ? बड़ा आसान सवाल है, अनियमित तरीके से जमा किया हुआ पूरा पैसा, चल अचल सम्पती ३००% ब्याज सहित सरकारी खजाने में जमा करना होगा ! तमाम काला धन विदेशी बैंकों से लाकर सरकारी खजाने में वापिस जमा करना होगा ! तमाम गरीब बच्चे जो सुबह सबेरे कचरे के ढेर से रद्दी इकट्ठा करके उसे बेचकर अपना पेट भरते हैं उनके लिए रहने सहने खाने पीने शिक्षा का उचित प्रबंध कर दे ! बृद्ध लाचार असहाय लोगों की सेवा करने का संकल्प ले ! कम से कम २० भ्रष्ट शैतानों को सही रास्ते पर लाए, तभी जाकर सर पर उठे हुए गुम्बद से छुटकारा मिल पाएगा ! जय हो करामाती बेलन की हरेन्द्र

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