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अगर देश के कर्णधार नेता ही आतंकियों का संरक्षक हो !!

jagate raho
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ओ कुत्ता वफादार है, मालिक का ही नहीं मानवता का भी, जिसने कुत्ते की योनी में रहकर भी २५ & ३० फ़ीट गहराई से, वर्फ में दबे देश पर न्योच्छावर हुए शहीद सैनिकों के शवों को सूंघ कर बाहर निकलवा दिया, पर उस इंसानरूपी कुत्ते को क्या कहोगे जो देश के टुकड़ों पर पलता है, अच्छे कालेजों में मानवता की शिक्षा ग्रहण करता है, होस्टलों में रहकर सरकारी सुविधावों पर ऐश उड़ाता है, लेकिन गीत आतंकवादियों के गाता है ! जो पार्टी के कार्य-कर्ता, नेता ऐसे देश के गद्दारों की पैरवी करते हैं, जनता के आगे पालतू कुत्ता बनकर वफादारी की पूछ हिलाते हैं पर चंद चांदी के खातिर अपनी जमीर बेच देते हैं, आतंकियों को शरण देते हैं, उन्हें कुत्ता कहना कुत्ते को गाली देना है !

कांग्रेसियों को तो चुल्लू भर पानी ले कर गोता लगा लेना चाहिए की अभी तक वे केवल मोदी जी व् उनके सहयोगियों के खिलाफ जहर उगलते रहे, गुजरात पुलिस को कटघरे में रखकर गुजरात के प्रशासन को बदनाम करते रहे की उन्होंने एक जीती जागती नई पीढ़ी की कली १९ साल की इशरत जहां को समय से पहले ही इन्कॉउंटर करके मसल दिया ! वफ़ादार पुलिस अधिकारियों को अफराधी बनाकर जेल भिजवा दिया ! अब खुलासा किया पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने “गुजरात में वर्ष २००४ में पुलिस मुठभेड़ में मारी गयी इशरत जहां वास्तव में आतंकी संगठन लश्कर ये तैयबा की एक आत्मघाती हमलावर थी जो अपने साथियों के साथ तत्कालीन गुजरात के मुख्य मंत्री मोदी जी को मारने के लिए मुम्बई से गुजरात आई थी !” देश के जाने माने नेता अभी तक केवल जनता को गुम राह करते रहे, ताकि एक वर्ग विशेष को खुश करके अपना वोट बैंक में इजाफा कर सके, उसके लिए उन्हें किसी गंदे नाले में भी डुबकी मारनी पड़े, देश के गद्दारों से भी हाथ मिलाना पड़े, उन्होंने पूरी ताकत लगाई, सत्ता में रहकर अपनी शक्ति के मद में चूर अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने के लिए सारे हथकंडे उन्होंने अपनाए ! अब जब सच्चाई सामने आगयी है तो आप इन नेताओं को कौन सी श्रेणी में रखेंगे ! इन्हें वोट देकर सत्ता पर बिठाएंगे या फिर चुनाओं के महादंगल में धोबी पाटा पटकी देकर उनकी कथनी और करनी का अहसास कराकर दंड देंगे ?? त्रिगे झंडे का अपमान करने वाले, देश के प्रांगण में देश के अन्न पर पलने वाले, नेता, कार्यकर्ता अपनी ही भारत माता के साथ गद्दारी करने वाले, रक्षा सौदों में कमीशन खाने वाले, जनता के सामने मासूम चेहरा बनाकर जैसे जनता की सेवा करते करते इनकी कमर झुक गयी हो, हजार करोड़ों पर हाथ साफ़ करने के बाद दूसरों को गुनाहगार बताने वालों को, आतंकवादियों की हिमायत करने वालों को संरक्षण देंने वालों को सजा में फांसी मिलनी चाहिए या फिर,” विश्व की सबसे ऊंचा रण क्षेत्र ” सियाचीन में सैना की निगरानी में इनसे वर्फीली हवाओं और ऊंची वर्फ से ढकी चट्टानों की रैकी करवाई जानी चाहिए ?? आपका जबाब देश की सुरक्षा कवच बन सकता है ! एक भूत पूर्व सैनिक !!

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