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दूध का दूध पानी का पानी – सोनिया गांधी

jagate raho
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अभी तक कांग्रेस केंद्र में बैठकर क्या करती रही, यही दूध का दूध और पानी का पानी ! पिछले १० सालों में २००४ से २०१४ तक तो सारा दूध ही पानी बन गया, बिलकुल पारदर्शित ! सब कुछ स्पष्ट दृष्टिगोचर हो रहा है की इन दश सालों में कांग्रेस ने ख़ास तौर पर माँ बेटे ने, जो गुल खिलाए वह एक एक करके अब सामने आ रहे हैं ! नेशनल हैराल्ड केस में अभी जमानत ही मिली है, केस अभी बाकी है, हेलीकाफ्टर खरीदारी में हजार करोड़ का कमीशन, खुलासा करने वाले हैं इटली के सुप्रीमकोर्ट !सीबी आई छान बीन में लगी है, बोफर्स की फाइलों पर अभी धूल झाड़ना बाकी है, और साही दामाद का अरबों की सम्पति का खुलासा ! अरे, हिन्दुस्तान में तो जो जमीनों की खरीदारी में हेर फेर किया सो किया, उधर अरबों की कीमत का बंगला इंगलैंड में भी निकल आया ! अब सोनिया जी “दूध का दूध और पानी का पानी” की रट लगा रही है, ताकि कांग्रेस के जंक खाये ओल्ड फोल्ड के आख़री सांस भरते हुए बेड़े को ख्याली दूध के नाम पर यमुना का पानी पिलाकर कुछ दिन असल में नहीं तो ख्यालों में ही ज़िंदा रखा जाय ! इसमें बताओ मोदी जी कहाँ से बीच में आगये, अरे आप लोग अगर नेक नियत वाले हो, पाक साक हो तो पशीना क्यों आरहा है ? सारी कांग्रेसी जमात को केवल दामाद को बचाने में क्यों इस्तेमाल कर रही हो, सीबीआई को अपना काम करने दो, आप लोगों को सरकार ने जेड सुरक्षा दे रखी है, मुंह ढककर सोइए न्यायलयों में केस जाएगा, जजों के हाथों में न्याय का तराजू है, इस पर भरोषा करो “दूध का दूध और पानी का पानी ” होगा !
मोदी जी पर उठी हर टेढ़ी उंगली का जबाब देश की जनता दे रही है ! अब तो रहा सहा आसाम भी हाथ से निकल गया ! देश के कोने कोने से कांग्रेस की राज सत्ता पर स्वयं वरिष्ठ कांग्रेसी उंगली उठाने लगे हैं ! १९४७ से फेर बदल के बावजूद कांग्रेसी ५४ साल तक सत्ता से चिपके रहे ! २००४ से २०१४ तक तो कमांडर नाम मात्र का आँख कान बंद किये हुए रहा, भोगने वाले बहती गंगा में भ्रष्ट की डूबकी लगाने वाले मौज मस्ती करते रहे ! कलमाण्डी जैसे झोला chhaap नेता एशियन गेम में हजार करोड़ पर हाथ साथ करके साफ़ निकल गए ! वे सारे पापकर्म अब एक एक करके काले नाग बनकर बाहर आरहे हैं तो जिम्मेवार मोदी को बताया जा रहा है ! जब मीठी मीठी खीर जिसमें जनता के खून पशीने की कमाई के पैसों की महक आरही थी, खूब खाई बल्कि ज़रा ज्यादा ही खाली, मुफ्त की थी लेकिन ध्यान नहीं रखा की खीर तो गरीबों की कमाई के पैसों से बनाई गयी थी पर पेट तो अपना था ! नतीजा उल्टी होने लगी, पेट खराब होगया, आँतों में जख्म होगया, बार बार बाथ रूम जाना पड़ा, उलटा डाक्टर का बिल गले पड़ गया ! ऊपर से सरकारी इन्क्वायरी की ‘खीर के लिए पैसे सरकारी खजाने से किसकी इजाजत से निकाले गए; ? अब चाहे जनता को गुम राह करने के लिए कितने भी झूट पे झूठ बोल दो, सच्चाई तो कोर्ट में जाकर बोलेगी, वहां होगा “दूध का दूध और पानी का पानी”, न की सोनिया जी के १ अकबर रोड पर ! भूल चूक लेनी देनी – जय हिन्द भारत माता की जय !!

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