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आज के नेता गजब ढा रहे हैं,
संसद में हंगामा, मुफ्त की पगार पा रहे हैं !
विपक्षी, बड़े बड़े महारथी बल आजमा रहे हैं,
शोर मचा मचा कर सब बत्तीसी दिखा रहे हैं,
माईक सरकारी पर गला अपना फाड़ रहे हैं,
गुस्सा मोदीजी पर कालाधन गंगा में डाल रहे हैं !
‘५००-१००० के नोट बंद करवा दिए मोदीजी ने,
काले धन कुबेरों के जले पर नमक लगा रहे हैं !
काले धनपति अभी भी काले धन पर खड़े हैं,
बर्षों की कमाई तिजोरियों में काला ही पड़े हैं,
ये कहते हैं, ‘पैसा हमारी कड़ी मेहनत का था,
कुछ घूस, रिश्वत का या संगीन घोटालों का था,
जनता का काम किया कमीशन लिया,
बौफर्स, हेलीकाफ्टर दलाली रिश्तेदारों का था’ !
विपक्ष सारे सरकार पर तोहमत लगा रहे हैं,
कालाधन ठिकाने लगाने को समय नहीं दिया,
संसद में गला फाड़ फाड़ कर चिला रहे हैं !
कालाधनपति स्वर से स्वर मिला रहे हैं,
कुछ पैसा जाम में मिलाकर गम को पिला रहे हैं !
धन जन खातों में करोड़ों काला धन डाल रहे हैं !
कालाधन सफ़ेद करने के लिए गुर्गे पाल रहे हैं !
दिन के लिए गरीब को करोड़ पति पत्तल चटा रहे हैं,
जो भ्रष्ट नेताओं का धन बचाने इनका हाथ बटा रहे हैं !
विज्ञान ऊंचाई पर नेता भ्रष्टाचार को ऊंचा उठा रहे हैं,
नोटबंदी हटाने को बंध, ये जनता को भड़का रहे हैं !
बैंक मैनेजर एक्सिस बैंक दरवाजा पिछ्ला खोल रहे हैं,
‘कालाधन सफ़ेद करवा लो’ नेताओं को बोल रहे हैं !
नेता चमचे जमाखोर पूरा फ़ायदा उठा रहे हैं,
पुराने नोटों के बदले नए मिलकर जुटा रहे हैं !
बैंकों के आगे लंबी लाइनें लोगों का बेहाल है,
“नो कैश” तख्ती खिड़की पे ये बैकों की चाल हैं !
‘चोरी का माल चंडाल खाए’, विपक्षी रहा बेजान हैं,
संसद नहीं चलने दी भ्रष्टों ने,
जनता में मोदी को फिर भी बड़ा सम्मान है !
काला धन मीनार पे चढ़ कर ऊपर ही ऊपर जा रहे हैं,
आज के नेता गजब ढा रहे हैं,
संसद में हंगामा मुफ्त की पगार पा रहे हैं ! हरेन्द्र
2३/१२/2016
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